Monday, December 8, 2025

अवैध बेजा कब्जा को लेकर ग्राम रंगोले (पाली)में रखी गई ग्राम सभा* *निस्तारी , गौचर भूमि पर अवैध कब्जे से मुक्त कराने की मांग* *ग्राम वासी कर रहे बार-बार शिकायत पर अब तक नही हुई सुनवाई*

*अवैध बेजा कब्जा को लेकर ग्राम रंगोले (पाली)में रखी गई ग्राम सभा*

*निस्तारी , गौचर भूमि पर अवैध कब्जे से मुक्त कराने की मांग*

*ग्राम वासी कर रहे बार-बार शिकायत पर अब तक नही हुई सुनवाई*

ग्राम पंचायत सरायपाली के आश्रित ग्राम रंगोले तहसील पाली जिला कोरबा में दिनांक 8 जनवरी को ग्राम वासियो द्वारा ग्राम सभा कर बैठक आहूत की गई। नव निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे ग्राम रंगोले की शासकीय निस्तारी भूमि खसरा नम्बर 41/1 क एवं 19/1 प. ह.न. 19 तहसील पाली जिला कोरबा अंतर्गत अवैध कब्जा को लेकर ग्राम सभा रखी गई थी जिस पर गांव के ही कुछ लोगो द्वारा निस्तारी भूमि पर अवैध कब्जा किया गया है। जिसकी शिकायत ग्राम वासियो द्वारा वर्ष 2018 में तहसीलदार पाली से लिखित में शिकायत की गई थी। जिस पर कार्यवाही नहीं होने के कारण पुनः शिकायत वर्ष 2019 में कलेक्टर कोरबा एवं अनुविभागीय अधिकारी ( राजस्व) से की गई । किन्तु उक्त शिकायत पर अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई। जिससे ग्रामीणों में असंतोष व्याप्त की स्थिति बनी हुई है, और गांव के महिलाओ ने एकजुट होकर इसकी शिकायत पुनःफिर से दिनांक 11 नवंबर 2021 को पाली तहसीलदार से की गई है पर अवैध कब्जे के खिलाफ शिकायत करने के बावजूद कोई कार्यवाही नही होने से ग्रामवासीयो में आक्रोश व्याप्त हो चुका है। उक्त मामले को ग्राम रंगोले के ग्रामीणों ने सामाजिक कार्यकर्ता राजा यादव को अवगत कराया और सहयोग करने को कहा जिससे राजा यादव राजी हुए और ग्राम सभा की बैठक में शामिल हुए। वही बैठक में गांव के स्थानीय ग्रामीण महिलाये, पुरुष भारी संख्या में उपस्थित रहे । स्थानीय व्यक्ति राम सिंह पैकरा ने ग्राम रंगोले स्थित शासकीय मद में दर्ज बड़े झाड़ का जंगल भूमि खसरा नम्बर 41/1क एवं 19/1नव निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर लगी भूमि है। जो गांव के गौचर व निस्तारी हेतु वर्षो से उपयोग किया जा रहा था। किंतु राष्ट्रीय राजमार्ग योजना के पश्चात गांव के कुछ लोगो द्वारा बाहरी लोगों से मिलीभगत कर निस्तारी भूमि पर अवैध कब्जा कर लिए है। जिस पर गांव के लोगो को पूर्ण रूप से आपत्ति है। समझाइस देने के बाद भी मानने को तैयार नहीं जिससे ग्रामीण विवश होकर ग्राम सभा किए और अवैध कब्जे से मुक्त कराने का निर्णय लिए गए और ग्राम वासियो के द्वारा की गई शिकायत पर कार्यवाही के बारे में जानना चाहा किन्तु तहसीलदार सलामे ने अपनी स्थानांतरण की बात कहते हुए मामले में अनभिज्ञता जाहिर की। फिर हल्का पटवारी से संपर्क करने पर उन्होंने नए पदभार की बात कही और उचित जवाब नही मिल पाया । तब जाकर तहसीलदार ममता रात्रे से संपर्क किया गया उन्होंने कार्यवाही हेतु आश्वासन दिया। सभी ने यह निर्णय लिया कि अब एक बार शिकायत पुनः कलेक्टर कोरबा को देंगे,और यदि इस शिकायत पर भी कोई कार्यवाही नही होती है। तो पूरे ग्रामवासी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर न्याय की मांग करेंग वही ग्राम सभा के बैठक में उपस्थित रहे । पूरन दास, पवन सिंह, घुरविन दास महंत, परदेशी राम ( पंच), राय सिंह पैकरा, चैन दास, घांसी सिंह, मंगल सिंह यादव, मेला दास, कमल दास, वनवाली राम यादव, धरम दास, सुमेर सिंह, सुंदर सिंह, टंकेश्वर कुमार, लगन सिंह यादव, अर्जुन दास , विश्राम सिंह, धीरपाल सिंह, रामेश्वर सिंह कंवर, बलराम सिंह, लक्ष्मी प्रसाद, मदन सिंह, कपिल दास, मनहरण यादव, हरिहर दास, छत्रपाल , एवं महिला शक्ति में सुशीला, समुन् बाई, रामेश्वरी यादव, लीला बाई, क्लीन्द्री बाई, दुर्गा कंवर, कलेश्वरी कंवर, बंधन बाई, उमेन्द कुंवर, जन कुंवर, तीज बाई, सुन्दर्या बाई, श्याम बाई, राजमती, नैन कुंवर, बदन बाई, अगहन बाई, सुहाना बाई, शिव बाई, जमुना बाई, रामायण कंवर, राम बाई, लक्षमानिया बाई आदि के साथ सामाजिक कार्यकर्ता राजा यादव एवं प्यारे लाल यादव उपस्थित रहे ।

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