Tuesday, December 9, 2025

भाजपा स्थापना दिवस पर मोदी के निशाने पर विपक्ष:बोले- देश में आज दो तरह की राजनीति, एक परिवार भक्ति की और एक राष्ट्र भक्ति की

भाजपा के 42वें स्थापना दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। मोदी ने अपनी वर्चुअल स्पीच में कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे आजादी के अमृत महोत्सव को कर्तव्यकाल में बदल दें। इस मौके पर उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधा। मोदी ने कहा कि आज देश में दो तरह की राजनीति चल रही है। एक परिवारभक्ति की और एक राष्ट्र भक्ति की।

मोदी ने हाल ही में 5 राज्यों में हुए चुनाव का भी जिक्र किया और कहा- 4 राज्यों में भाजपा सरकार की वापसी से कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ गई है। स्पीच की शुरुआत में उन्होंने आज के दिन को नवरात्रि से जोड़ा और कहा कि स्कंदमाता का आशीर्वाद हमेशा पार्टी और कार्यकर्ताओं पर बना रहे।

मोदी की स्पीच की अहम बातें..

1. स्थापना दिवस के अहम होने के 3 कारण बताए
मोदी ने कहा- जनसंघ से लेकर भाजपा तक पार्टी के निर्माण में खुद को खपाने वाले महापुरुषों को नमन करता हूं। आज का स्थापना दिवस तीन वजहों से अहम है। इस समय हम देश की आजादी के 75 साल का जश्न मना रहे हैं। ये प्रेरणा का बहुत बड़ा अवसर है। दूसरा- तेजी से बदलती हुई वैश्विक परिस्थितियां। तीसरा- 4 राज्यों में भाजपा के डबल इंजिन की सरकार वापस लौटी। तीन दशक बाद राज्यसभा में किसी पार्टी के सदस्यों की संख्या 100 तक पहुंची है।

2. अमृतकाल भाजपा कार्यकर्ता के लिए कर्तव्य काल है
प्रधानमंत्री बोले कि भाजपा का दायित्व, कार्यकर्ताओं का दायित्व लगातार बढ़ रहा है। इसलिए भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता देश के सपनों का प्रतिनिधि है। इस अमृतकाल में भारत की सोच आत्मनिर्भरता की है। लोकल को ग्लोबल बनाने की है। सामाजिक न्याय की है। समरसता की है। इन्हीं संकल्पों को लेकर विचार के रूप में हमारी पार्टी की स्थापना हुई। ये अमृतकाल हमारे कार्यकर्ता के लिए कर्तव्य काल है। हमें देश के संकल्पों के साथ निरंतर जुड़े रहना है और खुद को खपा देना है।

3. हमें मनावता की बात करने वाले देश के तौर पर देखा जा रहा
PM ने कहा- एक समय था जब लोगों ने मान लिया था कि सरकार किसी की भी आए, लेकिन देश का कुछ नहीं हो पाएगा। निराशा ही निराशा थी। देश का एक-एक जन गर्व से यह कह रहा है कि देश बदल रहा है। तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज दुनिया के सामने एक ऐसा भारत है, जो बिना किसी डर या दबाव के अपने हितों के लिए अडिग रहता है। जब पूरी दुनिया दो विरोधी ध्रुवों में बंटी हो, तब भारत को एक देश के रूप में देखा जा रहा है, जो दृढ़ता के साथ मानवता की बात कर सकता है।

4. आज देश के पास निर्णय शक्ति और निश्चय शक्ति भी उन्होंने कहा कि आज देश के पास निर्णय शक्ति और निश्चय शक्ति भी है। आज हम लक्ष्य तय कर रहे हैं और उन्हें पूरा भी कर रहे हैं। कुछ समय पहले ही देश ने 400 बिलियन डॉलर यानी 30 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा उत्पादों पर एक्सपोर्ट का टारगेट पूरा किया है। कोरोना काल में ये टारगेट पूरा करना भारत के सामर्थ्य को दिखाता है। भारत कोरोना की लड़ाई को संसाधनों से लड़ रहा है, लगातार जीतने का प्रयास कर रहा है। आज भारत 180 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज देने वाला देश है। इतने मुश्किल समय में भारत 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन दे रहा है।

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