रायपुर। नवा रायपुर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) ने पिछले 3 महीने से आंदोलन कर रहे किसानों को बिजली चोरी का नोटिस भेज दिया है। एनआरडीए ने आंदोलनकारियों पर आरोप लगाया है कि वे धरना स्थल पर बल्ब और लाउडस्पीकर के लिए बिजली पैनल से अनाधिकृत रूप से बिजली का उपयोग कर रहे हैं। यह चोरी की श्रेणी में आता है। इस नोटिस के बाद किसान भड़के हुए हैं और हंगामा कर रहे हैं। दरअसल किसान अधिगृहीत खेत-जमीन वापसी को लेकर 3 महीने से धरने पर बैठे हैं। बता दें कि एनआरडीए के कर्मचारी आंदोलन पंडाल की बिजली काटने पहुंचे थे। यह देखकर वहां बैठे किसानों ने हंगामा शुरू कर दिया। विरोध के बाद कर्मचारी वापस लौट गए। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष रूपन चंद्राकर ने बताया कि एनआरडीए के कर्मचारी मंगलवार रात को नोटिस लेकर आए थे। उनका कहना था, हम लोग चोरी से बिजली जला रहे हैं। समिति ने वह नोटिस लेने से इनकार कर दिया। धरने पर मौजूद किसानों, युवाओं और महिलाओं ने इसका तीखा विरोध किया। किसानों का कहना है कि एनआरडीए उनके अधिगृहीत खेत-जमीन वापस कर दे, वे पैसा लौटाने को तैयार हैं। उसके बाद वे कर्मचारी वहां से लौट गए। फिलहाल नोटिस की भाषा को लेकर सभी 27 गांवों के किसान भड़के हुए हैं।