Monday, November 10, 2025

घर पर ही मरीज का इलाज कैसे होगा

घर पर ही मरीज का इलाज कैसे होगा

मरीज आइसोलेशन के दौरान डॉक्टर से सीधे संपर्क में रहेगा और तबीयत बिगड़ने पर तुरंत रिपोर्ट करेगा।
अगर मरीज को पहले से कोई बीमारी है तो वो डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही अपनी दवाइयां ले सकता है।
डॉक्टर की सलाह पर मरीज गरारे कर सकते हैं और दिन में 3 बार भाप भी ले सकते हैं।
गलत जानकारियों से मरीज को बचना चाहिए।
डॉक्टर की सलाह लिए बिना खुद से दवा, ब्लड चेकअप और CT स्कैन जैसे काम न करें।
*आइसोलेशन के दौरान कब डॉक्टर को दिखाना जरूरी है?*
अगर तीन से ज्यादा 100 डिग्री से ज्यादा बुखार बना रहे।
सांस लेने में दिक्कत हो।
एक घंटे में कम से कम तीन बार मरीज का ऑक्सीजन सैचुरेशन 93% से कम आए।
मरीज एक मिनट में 24 बार से ज्यादा सांस ले।
छाती में लगातार दर्द या दबाव महसूस हो।
मरीज को भ्रम होने लगे और उसे उठने में दिक्कत होने लगे।
बहुत ज्यादा थकान और मांसपेशियों में दर्द होने लगे।
*कब खत्म हो जाएगा होम आइसोलेशन*
आइसोलेशन के दौरान अगर 3 दिन तक लगातार बुखार नहीं आता है तो मरीज 7 दिन में कोरोना निगेटिव माना जाएगा।
इस तरह बिना लक्षण वाले मरीजों को 7 दिनों में होम आइसोलेशन से छुट्टी मिल रही है।
7 दिन के बाद होम आइसोलेटेड मरीज को किसी भी तरह का टेस्ट नहीं कराना पड़ेगा।

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