Monday, November 10, 2025

अब बीजापुर मुठभेड़ को लेकर सवाल:मारे गए नक्सली के परिजन बोले-संगठन छोड़ चुका था, ये मुठभेड़ नहीं हत्या; जवानों ने पहाड़ी पर ले जाकर मारी गोली

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों पर एक बार फिर से फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगा है। हाल ही में पुलिस ने एक कथित मुठभेड़ में 3 लाख रुपए के इनामी नक्सली रितेश पुनेम के मारे जाने का दावा किया था। लेकिन, परिजन और ग्रामीण इसे मुठभेड़ नहीं बल्कि हत्या बता रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि रितेश 13 महीने पहले ही संगठन छोड़ चुका था। जवानों ने रितेश को घर से उठाया, फिर पहाड़ी में लेकर गए, जहां इसे गोली मार दी। इधर, परिजनों के इस आरोप को बीजापुर के SP कमलोचन कश्यप ने मनगढ़ंत कहानी बताया है। वहीं ग्रामीण और परिजन मामले में न्यायिक जांच की मांग कर रहे हैं।

घटना को लेकर इलाके के ग्रामीण सन्नु कोरसा, अवलम बुधरी और कोरसा मंगु ने बताया कि 11 मार्च की सुबह करीब 5 बजे जवानों की टीम गांव पहुंची थी और पूरे मोसला गांव को घेर लिया था। इसी दौरान रितेश पुनेम के साथ-साथ इन तीनों को जवानों ने पकड़ लिया और कुछ देर बाद जवानों ने सन्नू, बुधरी और मंगु को छोड़कर रितेश पुनेम को अपने साथ कैका की ओर ले गए। जिसके बाद करीब साढ़े 7 बजे फायरिंग की आवाज सुनाई दी। बाद में पता चला कि मुठभेड़ का नाम देकर जवानों ने रितेश पुनेम की गोली मारकर हत्या कर दी है।

रितेश पुनेम के भाई राजू पुनेम ने बताया कि रीतेश पुनेम साल 2007 से नक्सलियों के साथ चला गया था। 13 सालों तक नक्सल संगठन में रहकर काम किया। लेकिन, परिवार के दबाव के चलते उसने संगठन और हथियार को त्याग कर साल 2021 में घर वापसी कर ली। मोसला में अपने मामा बुधरू हेमला और मामी लखमी हेमला के साथ रहकर उनका पालन पोषण कर रहा था।

राजू ने बताया कि फोर्स ने गांव पहुंचकर उसे पहले घर से उठाया। उसके बाद मुठभेड़ का नाम देकर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। राजू पुनेम ने कहा कि अगर जवानों ने उसे गिरफ्तार कर लिया था तो उसे जेल भेज देना चाहिए था। निहत्थे व्यक्ति की हत्या कर जवानों ने एक बुजुर्ग के सहारे को छीन लिया है।

बीजापुर पुलिस ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया था कि कैका-मोसला के जंगल में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई है। जिसमें हार्डकोर इनामी माओवादी रितेश पुनेम को ढेर किया गया है। रितेश की पहचान सेंड्रा LOS (लोकल ऑब्जर्वेशन स्क्वायर्ड) डिप्टी कमांडर के रूप में की गई है। जिसपर 3 लाख रुपए का इनाम भी घोषित था। जवानों ने मौके से हथियार, समेत भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद भी की थी। साथ ही इस मुठभेड़ में एक DRG जवान भी घायल हुआ था।

.

Recent Stories